नमस्कार दोस्तों,
आपसब का स्वागत है हमारे वेबसाइट पर, आज हम बात करेंगे दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के बारे में जिन्हें हाल ही में ED ke द्वारा नोटिस भेजा गया है। ED kya है, अरविंद केजरीवाल को ED क्यों भेजा गया? इन सारे सवालों का जवाब के लिए आप हमारा यह पोस्ट पूरा पढ़ें, उम्मीद है आपको यह सारी जानकारी दी जाएगी।
Arvind Kejriwal ED Notice 2024

ED ने दिल्ली के मुख्यमंत्री और आपके राष्ट्रीय संयोजक (national cordinator) दिल्ली excise policy मामले मैं चल रही जांच में 2 फरवरी को जांच में शामिल होने के लिए नया नोटिस जारी किया गया।
ED के द्वारा अरविंद केजरीवाल को कई नोटिस भेजे गए लेकिन दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल पेश नहीं हुए थे। अरविंद केजरीवाल ने ED से पूछा कि अब वह आबकारी नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले मैं मामले में आरोपी नहीं हैं, तो उन्हें नोटिस क्यों जारी किया गया।
राजनीतिक षड्यंत्र केजरीवाल को भेजा ED
इससे पहले ED द्वारा भेजे गए नोटिस को लेकर Arvind Kejriwal ED Notice ने आरोप लगाया कि राजनीतिक षड्यंत्र के तहत उनका नोटिस भेजे जा रहे हैं। अरविंद केजरीवाल ने बताया कि आबकारी मामले की जांच पिछले 2 साल से चल रही है।
2 सालों में इनको कुछ भी नहीं मिला। कई कोर्ट भी ED से कई सवाल पूछ चुकी है कि कितने पैसों की रिकवरी हुई, क्या कहीं कोई सोना मिला, या कोई पैसे मिले इसपर ED का कोई जवाब नहीं मिला।
कई वरिष्ठ नेता और मंत्री अतिसी ने कहा कि भाजपा अपने कामों के दम पर नहीं, बल्कि CBI or ED का इस्तेमाल करते हुए चुनाव जीतना चाहती है।
मुख्यमंत्री का दावा है कि कोई भ्रष्टाचार नहीं हुआ है, और Arvind Kejriwal ED Notice को अभी तक कोई सबूत नहीं मिला है जबकि पिछले 2 साल से शराब घटा लेकर चर्चा हो रही है और जांच एजेंसी कई रेड मार चुकी है।
सीएम अरविंद केजरीवाल का कहना है कि फर्जी मामले में जांच एजेंसी ने आप (AAP) के कई नेताओं को जेल में डाल रखा है, और अब भाजपा पूछताछ के बहाने उनको भी गिरफ्तार करना चाहती है।
भाजपा का मकसद है कि लोकसभा चुनाव प्रचार को रोकना है। Arvind Kejriwal ED Notice मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि उनकी सबसे बड़ी संपत्ति ईमानदारी है। झूठे आरोप और फर्जी Notice भेजकर ईमानदारी पर दाग लगा रहे है।
अरविंद केजरीवाल ने नोटिस को लेकर ED से पूछे कुछ सवाल :
ED के नोटिस आपको गैरकानूनी बताते हुए उन्होंने कहा था कि इस मामले में उन्होंने ED से कुछ सवाल पूछे हैं, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। इसका सीधा मतलब है की जांच एजेंसी के पास शराब घोटाले का कोई पुख्ता सबूत नहीं है। एजेंसी नोटिस गैर कानूनी है।
किसी वाले अपने पत्र में Arvind Kejriwal ED Notice का नोटिस मीडिया में लीक होने का मुद्दा भी उठाया था और पूछा था कि, क्या इससे पीछे का मकसद उनकी छवि खराब करना है? उन्होंने ED से लिखित सवाल भी मांगे थे। उन्होंने कहा कि ममता बिग को हर तरह के जांच में शामिल होने को तैयार है। लेकिन, ED के पास मुझे नोटिस भेजने की ठोस वजह नहीं है।
मुख्यमंत्री ने सवाल किया कि क्या उनको गैर कानूनी नोटिस का पालन करना चाहिए, अगर कानूनी रूप से सही नोटिस आएगा, तो वह पूरा सहयोग करेंगे।
केजरीवाल को 4वीं बार ED Notice भेजा गया

ED ने इससे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री Arvind Kejriwal ED Notice को पिछले साल 2 नवंबर और 21 दिसंबर और इस साल 3 जनवरी को पूछताछ के लिए notice भेजा था। लेकिन, तीनों ही बार वह केंद्रीय एजेंसी के सामने पेश नहीं हुए और नोटिस को गैर कानूनी बताया।
सुप्रीम कोर्ट का रुख कर सकती है आप (AAP)
ED के रवैया को देखते हुए आम आदमी पार्टी कानूनी तौर पर सीएम के बचाव के लिए सुप्रीम कोर्ट का भी रुख कर सकती है। गुरुवार सबसे अरविंद केजरीवाल गोवा के तीन दिवसीय दौरे पर भी जा रहें है, जहां वह लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी की तैयारीयों की समीक्षा करेंगे। ऐसे में बहुत संभावना यह है कि सीएम की तरफ से Arvind Kejriwal ED Notice का लिखित जवाब भी भेजा जाएगा।
Conclusion
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धन्यवाद!
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