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UPSC(IAS) क्या है? |UPSC Syllabus, Paper, strategy | फार्म भरने से लेकर IAS बनने तक का संपूर्ण जानकारी


यूपीएससी की परीक्षा तीन चरणों में होती है-

1) Preliminary Exam
2) Mains Exam
3) Interview/Personality Test

Notification-

हर साल Union Public Service Commission फरवरी माह में सिविल सर्विसेज का Notification प्रकाशित करती है। जिसमे IAS के साथ- साथ लगभग 24 Central Civil Services के लिए भी Notification दिया जाता है!

भारत में IAS – Indian Administrative Service, IPS – Indian Police Service तथा IFS -Indian Forest Service को ऑल इंडिया सर्विस कहा जाता है। बाकि की सर्विस Central Civil Services में आती हैं । इनमे शीर्ष पर IFS – Indian Foreign Service होती है!

IAS परीक्षा में हर साल लगभग 8-10 lakh अभ्यर्थिय फॉर्म भरते है लेकिन केवल लगभग 1000 (depend on seat) अभ्यर्थियों का चयन होता है!
इसका अर्थ यह है की पासिंग परसेंटेज बहुत ही कम रहता है. और यदि सीटें कम हुई तो पासिंग परसेंटेज और भी कम हो जाता है। पिछले कुछ सालों से इस विज्ञापन में लगभग 800- 1000 सीटें विज्ञापित की जाती है। तथा अंतिम मेरिट के अनुसार सभी चयनित अभ्यर्थियों को उनके क्रम अनुसार सर्विसेज प्रदान की जाती हैं!

Eligibility-

इस परीक्षा में भारतीय नागरिकों के साथ – साथ तिब्बत के रिफ्यूजी , नेपाल तथा भूटान के नागरिक भी शामिल हो सकते हैं परन्तु IAS तथा IPS में भर्ती के लिए, अभ्यर्थी को भारत का नागरिक होना अनिवार्य है। इस परीक्षा में भारतीय मूल के लोग जो अलग अलग देशों में हैं, वह भी शामिल हो सकते हैं!

शैक्षिक योग्यता

इस परीक्षा के लिए किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से किसी भी विषय में ग्रेजुएट होना अनिवार्य है। फाइनल वर्ष appearing वाले छात्र भी इस परीक्षा में भाग ले सकते हैं। इस परीक्षा की ख़ास बात यह है की ग्रेजुएशन में किसी भी मिनिमम पर्सेंटेज की रिक्वायमेंट नहीं होती। साथ ही साथ किसी भी सब्‍जेक्‍ट की अनिवार्यता नहीं होती है। किसी भी विषय से ग्रेजुएट छात्र इस परीक्षा में भाग ले सकते हैं!

आयु सीमा

इस परीक्षा के लिए अभ्यर्थी को 21 साल की न्यूनतम आयु का होना अनिवार्य है। अलग- अलग श्रेणीओं के लिए अलग- अलग अधिकतम आयू सीमा निर्धारित की गयी है। सामान्य श्रेणी के लिए 32 वर्ष , अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए 35 वर्ष और एससी व एसटी के लिए 37 वर्ष तक की आयु निर्धारित की गयी है। विकलांग श्रेणी में और भी ज्यादा छूट दी जाती है. आयु की गणना विज्ञापित वर्ष की दिनांक 1 अगस्त से की जाती है!

किसे फॉर्म भरने पर प्रतिबंध है ?

जो अभ्यर्थी पिछली किसी भी परीक्षा में IAS- Indian Administrative Service या IFoS – Indian Foreign Service में सेलेक्ट हो चुके है वे अभ्यर्थी फॉर्म नहीं भर सकते हैं!

फॉर्म भरने से जुड़े कुछ मुख्य तथ्य

फॉर्म भरते समय अभ्यर्थी को सभी Basic information जैसे- नाम, पिता का नाम, माता का नाम इत्यादि भरने होते हैं। सिविल सेवा प्रारम्भिक परीक्षा के लिए सेंटर भी अंकित करना होता है. यह परीक्षा देश के 72 शहरों के विभिन्न केन्द्रों पर एक साथ आयोजित की जाती है! फॉर्म भरने के लिए एक महीने का समय मिलता है, जिसकी सारी प्रक्रिया ऑनलाइन होती है!

ख़ास बात यह है की अभ्यर्थियों को सिविल सेवा मुख्य परीक्षा का optional subject भी फॉर्म भरते समय बताना होता है।
Notification में 26 optional subjects की सूची में से किसी एक का चुनाव करना होता है तथा फॉर्म में अंकित करना होता है। फॉर्म भरते समय आपको अपना परीक्षा का माध्यम भी बताना होता है! आप हिन्‍दी और इंग्लिश दोनों में से किसी भी माध्यम में परीक्षा दे सकते हैं।

फॉर्म भरते समय आपको अपनी पसंद की Services को क्रमवार बताना होता है! इसे service preference भी कहते हैं! साथ ही साथ आपको अपनी पसंद के राज्यों की सूचि भी क्रमबद्ध रूप में देनी होती है की आप कहाँ सर्विस करना पसंद करेंगे! इसके लिए आपसे फॉर्म भरते समय कोई प्रश्न नहीं पुछा जाता.!

Form Fee(फीस) ?

सामान्य और पिछड़ा वर्ग के उम्मीदवारों ( Male) के लिए फार्म फीस ₹100 लगता है.!

महिला उम्मीदवारों की कोई भी Form Fee नहीं लगता है।
Sc/St/ PH उम्मीदवारों का भी Form Fee नहीं लगता है।

कितने Attempts ?

इस परीक्षा में हर श्रेणी के अभ्यर्थियों के लिए अटेंप्‍ट निर्धारित किये गए हैं . अटेंप्‍ट का मतलब है की किस श्रेणी के अभ्यर्थी, इस परीक्षा में कितनी बार शामिल हो सकते हैं। सामान्य श्रेणी(General) के लिए 6 Attempts निर्धारित हैं। अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) के लिए 9 Attempts और एससी एसटी के लिए कोई सीमा नहीं है। ( Unlimited attempts till 37 year of age )
ध्‍यान देने वाली बात यह है की फॉर्म भरने को Attempt काउंट नहीं किया जाता। प्रारम्भिक परीक्षा के किसी भी एक पेपर में या दोनों पेपर में सम्मिलित होने को Attempt मान लिया जाता है!

परीक्षा प्लान-

UPSC, इस परीक्षा को दो चरणों में आयोजित करता है :- पहला चरण है प्रारम्भिक परीक्षा तथा दूसरा चरण है मुख्य परीक्षा. मुख्य परीक्षा के दो भाग होते है – पहला मुख्य लिखित परीक्षा तथा दूसरा इंटरव्यू चरण!
पहले चरण को प्रारम्भिक परीक्षा कहते हैं तथा इसके मार्क्स फाइनल मेरिट में नहीं जोड़े जाते हैं. यह परीक्षा सिर्फ अभ्यर्थियों की संख्या कम करने के लिए है। इसलिए qualifying मात्र है . मुख्य परीक्षा के दोनों भागों में अर्जित मार्क्स के आधार पर फाइनल मेरिट लिस्ट बनती है!

सिवील सेवा प्रारम्भिक परीक्षा का Syllabus(UPSC Pre)

सिवील सेवा प्रारम्भिक परीक्षा में दो पेपर होते है! फर्स्‍ट पेपर में जनरल स्‍टडीज के सारे एरिया कवर होते हैं। ये सारे टॉपिक जैसे History, Geography, Economy, Current Events, General Science, Environment, science & Technology, Indian Polity and Governance आदि होते है । जबकि सेकेंड पेपर(CSAT) यानि aptitude जैसे- कांप्रिहेंसिव, लॉजिकल रीजनिंग, अंकगणित, बेसिक न्‍यूमेरेसी आदि होते हैं।

नोट- सीसैट पेपर को 33% मार्क्स से पास करना होता है इसको पास करने पर ही पहला पेपर की कॉपी चेक होती हैं।
अगर csat में फेल है तो Prelims exam में आप पास नही होंगे। भले आपके पहले पेपर में कितने भी मार्क्स क्यों न हो।

सिवील सेवा प्रारम्भिक परीक्षा

सिविल सेवा परीक्षा का पहला पड़ाव सिवील सेवा प्रारम्भिक परीक्षा है जिसे जून माह में संपूर्ण भारत के 72 शहरों के विभिन्न केन्द्रों पर एकसाथ आयोजित किया जाता है! सिवील सेवा प्रारम्भिक परीक्षा का आयोजन देश की सबसे प्रतिष्ठित संस्था UPSC द्वारा प्रत्येक वर्ष किया जाता है! परीक्षा के लिए लगभग 8-10 लाख लोग फॉर्म भरते हैं तथा लगभग 5 लाख लोग परीक्षा देते हैं! इस परीक्षा में सिलेक्शन के चांसेस कम होने के कारण तथा पेपर के High standard के कारण इसे बहुत कठिन परीक्षा माना जाता है!

यह परीक्षा दो पालीयों में आयोजित की जाती है।
प्रारम्भिक परीक्षा में दो पेपर होते हैं। पहला सामान्य अध्ययन I है जो की सामान्य अध्ययन विषयों से जुड़ा होता है तथा दूसरा CSAT पेपर होता है जो Aptitude से जुड़ा है तथा सिर्फ क्वालीफाई करना होता है तथा प्रारम्भिक परीक्षा की मेरिट में इसके नंबर नहीं जुड़ते!

पहले पेपर में 100 Questions होते है तथा 2 घंटे का समय होता है! प्रत्येक प्रश्न 2 मार्क्स का होता है. इसी तरह दूसरे पेपर में 80 Questions होते है तथा 2 घंटे का समय होता है. इस परीक्षा में 1/3 की Negative Marking होती है. इसका अर्थ यह है की एक Question गलत होने पर सही Question पर मिलने वाले मार्क्स का 1/3 मार्क्स काटे जाते हैं!

Note- ध्यान रखने योग्य बात यह है की प्रारम्भिक परीक्षा में पास होना अनिवार्य है तभी आप सिविल सेवा मुख्य परीक्षा देने के लिए योग्य होंगे!

सिवील सेवा मुख्य परीक्षा/Civil Services Main Exam.

IAS Prelims परीक्षा का रिजल्ट जुलाई माह के अंत तक घोषित कर दिया जाता है! (50 days after pre exam result announced) तथा जो भी अभ्यर्थी इसको पास कर लेते हैं उन्हें सिविल सेवा मुख्य परीक्षा का फॉर्म भरने के लिए दोबारा ऑनलाइन आवेदन करना होता है जिसके लिए लगभग 20 दिन का समय दिया जाता है! इसे Detail Application Form भी कहते हैं. IAS इंटरव्यू में इसका बहुत महत्व होता है। मुख्य परीक्षा लिखित में विज्ञापित सीटों की संख्या के 15 गुना अभ्यर्थियों का चयन किया जाता है। इस परीक्षा में सभी पेपर सब्जेक्टिव होते हैं तथा सभी की समय सीमा 3 घंटे होती है!

सिविल सेवा मुख्य परीक्षा में दो तरह के पेपर होते है! एक तो वे पेपर्स जो सभी के लिए समान यानी कॉमन होते हैं और दुसरे ऑप्शनल सब्जेक्ट के पेपर होते है जो की प्रत्येक सब्जेक्ट के लिए अलग होते हैं। अभ्यर्थी एक ऑप्शनल (Optional) Subject का चयन करते हैं तथा उसी से पेपर देते हैं!
सिविल सेवा मुख्य परीक्षा में कुल 9 पेपर होते हैं जिनका टोटल 1750 मार्क्‍स होता है । इसमें आपको 9 में से 7 सब्‍जेक्‍ट में ज्‍यादा फोकस करना है। क्‍योंकि 7 सब्‍जेक्‍ट पेपर्स में से ही मेरिट बनाई जाती है! शेष दो पेपर इंग्लिश तथा सामान्य भाषा का पेपर केवल पास करना होता है तथा इसके मार्क्स नहीं जुड़ते हैं। ख़ास बात यह है की जो माध्यम आपने फॉर्म पर अंकित किया हो उसी माध्यम से आप परीक्षा दे सकते हैं! दूसरे माध्यम से परीक्षा देने पर answer चेक नहीं किया जाता ऐसा निर्देश प्रत्येक पेपर पर लिखा होता है!

English तथा भारतीय भाषा के पेपर में पास होने के लिए सिर्फ 25% अंक लाने होते है! भारतीय भाषा का कंपल्सरी पेपर अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड तथा सिक्किम के अभ्यर्थियों के लिए अनिवार्य नहीं है! यह दोनों पेपर 300 मार्क्स के होते हैं. शेष सभी पेपर 250 मार्क्स के होते हैं!

पेपरों की संख्या कितनी ?

सिविल सेवा मुख्य परीक्षा में कुल 9 पेपर होते हैं जिनका टोटल 1750 मार्क्‍स होता है! सामान्य अध्ययन के 4 पेपर होते हैं! एक निबंध का पेपर होता है, एक इंग्लिश का तथा एक भाषा का पेपर भी होता है! दो पेपर ऑप्शनल सब्जेक्ट के होते हैं! यह सारे पेपर्स Weekend में होते हैं इसलिए यह परीक्षा दो हफ्ते तक चलती है. पेपर होने के बाद सिविल सेवा मुख्य परीक्षा का रिजल्ट नवंबर महीने में आता है!

Civil Services मुख्य परीक्षा Syllabus

Civil Services Essay Paper – इस पेपर में दिए गए टॉपिक्स में से 3 घंटे में 2 निबंध लिखने होते हैं । प्रत्येक निबंध 125 मार्क्‍स का होता है । पॉलिटिक्‍स, सोसायटी, टेक्‍नोलॉजी, फिलोसोफी आदि से टॉपिक्स दिए जाते हैं ।

General Studies पेपर I में इंडियन एंड वर्ल्ड हिस्‍ट्री, आर्ट एंड कल्‍चर, वर्ल्‍ड एंड इंडियन जियोग्रफी और सोसायटी कवर होता है।(Indian Heritage and Culture, History and Geography and Society.)

General Studies पेपर II में गवर्नेंस, भारत का संविधान, सोशल जस्टिस और इंटरनेशनल रिलेशन से प्रश्न आते हैं ।(Governance, Constitution, Polity, Social Justice and International relations.)

General Studies पेपर III में टेक्‍नोलॉजी, इकोनॉमिक डेवलपमेंट, बायोडायवर्सिटी, एनवायरमेंट, सिक्‍योरिटी, डिजास्‍टर मैनेजमेंट से प्रश्न पूछे जाते हैं। (Technology, Economic Development, Biodiversity, Environment, Security and Disaster Management)

General Studies पेपर IV में Ethics, Integrity and Aptitude है। सामान्‍य शब्‍दों में कहा जाए तो आप क्‍या सोचते हैं, आपके विचार कैसे हैं ? (Ethics, Integrity and Aptitude) किसी घटना को लेकर आप कैसे रिएक्‍ट करते हैं। जैसे – खुशी क्‍या है? इसका उत्‍तर अलग-अलग लोगों के लिए अलग अलग होता है। एक सैनिक के लिए मोर्चे पर जीत उसकी खुशी हो सकती है? और एक छात्र के लिए एग्‍जाम में टॉप करना खुशी हो सकती है? इत्यादि।

सिविल सेवा मुख्य परीक्षा का स्वरूप

सभी General Studies के पपेरों में 20 questions होते हैं। जिनका उत्तर 3 घंटे में देना होता है। प्रत्येक 10 मार्क्स के प्रश्न के लिए 150 शब्दों की तथा 15 मार्क्स के लिए 250 शब्दों की शब्द सीमा भी निर्धारित की गयी है। यानी इतने शब्दों में लिखना होता है। परंतु Ethics के पेपर में केस स्टडीज आती हैं इसलिए उसमे सिर्फ 12 प्रश्न ही पूछे जाते है।
नोट- पेपर का structure फिक्स नहीं होता है और ये किसी भी साल बदल सकता है!

Optional Subject (वैकल्पिक विषय) में दो पेपर होते है। 250-250 मार्क्स के, कुल 500 मार्क्स। प्रत्येक पेपर में 8 Question आते है, जिनका 3 घंटे में उत्तर देना होता है!

वैकल्पिक विषय का महत्त्व ?


• यह कहना पूर्णत: सही नहीं है कि सामान्य अध्ययन 1000 अंकों का है और वैकल्पिक विषय सिर्फ 500 अंकों का, इसलिये अभ्यर्थियों को सामान्य अध्ययन पर ज़्यादा बल देना चाहिये।

• ऐसा कहने वाले शायद वैकल्पिक विषय के रणनीतिक महत्त्व को नहीं समझते। इस परीक्षा में यह बात बिल्कुल मायने नहीं रखती कि किसी अभ्यर्थी को कितने अंक हासिल हुए हैं। महत्त्व सिर्फ इस बात का है कि किसी उम्मीदवार को अन्य प्रतिस्पर्द्धियों की तुलना में कितने कम या अधिक अंक प्राप्त हुए हैं।

• विगत कुछ वर्षों के परीक्षा परिणामों पर नज़र डालें तो आप पाएंगे कि हिंदी माध्यम के लगभग सभी गंभीर अभ्यर्थियों को सामान्य अध्ययन में 325-350 अंक प्राप्त हुए (2014 की सिविल सेवा परिक्षा में निशांत जैन ने एक अपवाद के रूप में 378 अंक प्राप्त किये थे)। इसके विपरीत, अंग्रेज़ी माध्यम के गंभीर अभ्यर्थियों को इसमें औसत रूप से 20-30 अंक अधिक हासिल हुए, जबकि वैकल्पिक विषय में लगभग सभी गंभीर अभ्यर्थियों को 270-325 अंक हासिल हुए। इस औसत से वैकल्पिक विषय का महत्त्व अपने आप स्पष्ट हो जाता है।
ध्यान रहे कि ये लाभ आपको तभी मिल सकता है जब आपने वैकल्पिक विषय का चयन बहुत सोच-समझकर किया हो।

Optional Subject कैसे चुने ?

उम्मीदवारों को वैकल्पिक विषय वही चुनना चाहिए जो उनके ग्रेजुएशन में सब्जेक्ट हो.!
या जिस विषय में उनकी रुचि अधिक है, वही वैकल्पिक सब्जेक्ट को चुनना चाहिए!

 मुख्य परीक्षा पास करना जरूरी-   सिविल सेवा मुख्य परीक्षा में चयनित अभ्यर्थियों की संख्या विज्ञापित सीटों की संख्या की 2.5 गुना होती है! यानी लगभग 15000 में से 2500  ही इंटरव्यू के लिए चयनित होते हैं. ये सिविल सेवा का कठिनतम चरण होता है और यदि यहाँ सिलेक्शन हो गया तो फाइनल सिलेक्शन के चांसेस बहुत बढ़ जाते हैं!

Personality टेस्ट/ इंटरव्यू-

इंटरव्यू, सिविल सेवा मुख्य परीक्षा का दूसरा भाग होता है! इसे पर्सनालिटी टेस्ट कहते है! यह इंटरव्यू कुल 275 मार्क्स का होता है. इसे सामान्य भाषा में IAS इंटरव्यू भी कहते हैं। इसका सिलेबस निर्धारित नहीं है। आपके Details Application Form (DAF) से अधिकांश प्रश्न पूछे जाते हैं! इसलिए DAF को पूरी सावधानी और पूरी सच्चाई के साथ भरनी चाहिए.!

IAS इंटरव्यू के लिए अभ्यर्थी को UPSC की Delhi स्थित धोलपुर हाउस बिल्डिंग में आना होता है। यहाँ अभ्यर्थियों के सभी ओरिजिनल डाक्यूमेंट्स का वेरिफिकेशन किया जाता है तथा एक कॉमन हाल में बैठा दिया जाता है। UPSC के मेम्बेर्स की अध्यक्षता में एक इंटरव्यू पैनल बनाये जाते हैं जो की अभ्यर्थियों का इंटरव्यू लेते हैं (जिन्होंने mains परीक्षा पास किया है)। इंटरव्यू पैनल में देश की विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े दिग्गजों/ विशेषज्ञों को आमंत्रित किया जाता है। IAS Interview में अभ्यर्थी का confidence, attitude तथा प्रॉब्लम सोल्विंग स्किल्स चेक की जाती हैं। यहाँ अभ्यर्थी की personality का सब्जेक्टिव असेसमेंट किया जाता है। और अधिकतम 275 मार्क्स में से मार्क्स दिए जाते हैं!

इंटरव्यू में फेल होने वालों को भी नौकरी ?-

आईएस के Interview में फेल हो जाने पर भी नौकरी मिलेगी ? इस पर अभी सरकार विचार कर रही है !

फाइनल सेलेक्शन और जोइनिंग-

सिविल सेवा के इंटरव्यू लगभग 20 दिन तक चलते हैं और इंटरव्यू ख़त्म होने के 10 दिन के बाद ही फाइनल रिजल्ट आ जाता है। फाइनल मेरिट लिस्ट इंटरव्यू तथा सिविल सेवा मुख्य परीक्षा लिखित के मार्क्स मिलाकर बनायी जाती है। इसका अर्थ यह है की अधिकतम 2025 मार्क्स में से फाइनल मेरिट लिस्ट बनती है। जिसके आधार पे सर्विसेज प्रदान की जाती है। लगभग 100 रैंक तक के अभ्यर्थियों को IAS सेवा मिल जाती है (डिपेंड ऑन सीट)।

रिजल्ट के कुछ दिन बाद UPSC अपनी रिकमेन्डेशनस को Ministry of Personnel को भेजता है। जिसके बाद ही सबको appointment letter जारी किये जाते है।

जो अभ्यर्थी फाइनल रिजल्ट में जगह नहीं बना पाते हैं, उन्हें पूरी प्रक्रिया से फिर से गुजरना होता है! यानी फिर से प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा और इंटरव्यू पास करना होगा।

इस परीक्षा में उपयोगी महत्वपूर्ण books ?

इस परीक्षा को पास करने के लिए और प्रशासनिक अधिकारी बनने के लिए कुछ मानक पुस्तकों (Standard Books) और कुछ नोट्स का गहन अध्ययन करना पड़ता है। बहुत ज्यादा बुक्स पढ़ने की बजाय किसी विषय की एक अच्छी बुक को कई बार पढ़ना ज्यादा उपयोगी साबित होता है।
कुछ मानक पुस्तकें जैसे- राज व्यवस्था के लिए- म. लक्ष्मीकांत,
मॉडर्न हिस्ट्री (आधुनिक भारत का इतिहास) के लिए- स्पेक्ट्रम राजीव अहिर, अर्थव्यवस्था – रमेश सिंह, एथिक्स- क्रोनिकल lexicon & सुब्बाराव, भूगोल- सविंद्र सिंह, माजिद हुसैन, खुल्लर इत्यादि है।

बाकी नेक्स्ट ब्लॉग में पूरी बुक्स की डिटेल्स शेयर की जाएंगी।

उम्मीद है UPSC की परीक्षा, पैटर्न, सेलेक्शन इत्यादि की पूरी जानकारी आपको मिल गयी होगी। फिर कोई डाउट या सुझाव हो तो कमेंट बॉक्स में पूछें/बताएं।

धन्यवाद…!

Questions Answer of UPSC(IAS/IPS)?

Q. आईएएस (upsc ias/ips) में कितनी परीक्षाएं होती हैं ?

Ans. इस परीक्षा में तीन चरण होते हैं ! प्रारंभिक परीक्षा में दो पेपर होते हैं , एक GS (इसी के आधार पर cutoff/ prelims qualify होता है) और एक CSAT (केवल पास करना होता है 33% मार्क्स से) । प्रारंभिक परीक्षा उत्तीर्ण करने के पश्चात् मुख्य परीक्षा होती है जिसमें 9 पेपर होते हैं ! जिसमें 2 पेपर भाषा के (केवल पास करना होता इसके मार्क्स फाइनल मेरिट में नहीं जुड़ते हैं) , 4 पेपर सामान्य अध्ययन के , 2 पेपर एक वैकल्पिक विषय के और 1 पेपर निबंध का होता है ! मुख्य परीक्षा उत्तीर्ण करने के पश्चात् इंटरव्यू या साक्षात्कार के लिए बुलाया जाता है !

Q. इसकी तैयारी की शुरुआत कब से करें ?

Ans. क्वालिफिकेशन ग्रेजुएशन है। इसकी तैयारी 11th से या ग्रेजुएशन या आप ग्रेजुएशन के अंतिम वर्ष में शुरू कर सकते हैं । अगर किसी कारण से बिलम्ब हो गया है तो कोई बात नहीं ! आप कभी भी तैयारी शुरू कर सकते हैं अपितु आप दृढ़संकल्पित और अपना सर्वोत्तम देने के लिए तत्पर हों !

Q. किस माध्यम का चुनाव करें ?

Ans. माध्यम वही चुने जिसमे आप अपना सर्वोत्तम दे सके। हर वर्ष हिंदी माध्यम के भी अभ्यर्थी सफल होते हैं। अतः हिंदी में लेखन शैली को लगातार बेहतर बनाने का प्रयास करे ! वैसे अंग्रेजी माध्यम का रिजल्ट अधिक अच्छा है हिंदी माध्यम से।

Q. क्या आईएएस(ias) और आईपीएस(ips) के लिए अलग अलग परीक्षाएं होती हैं ?

Ans. नहीं, संघ लोक सेवा आयोग (upsc) वर्ष में एक बार कॉमन परीक्षा आयोजित करता है। जिसमें सफलता के बाद प्राप्त रैंकों के आधार पर आपको IAS , IPS ,IFS और IRS जैसी सेवाओं में भेजा जाता है !

Q. क्या कोचिंग लेना अनिवार्य है ?

Ans. बिल्कुल नहीं, लेकिन कोचिंग आपका काम आसान करती है। बिना किसी कोचिंग के भी अभ्यर्थी सफल होते। हर वर्ष का रिजल्ट बताता है कि 100 + अभ्यर्थी बिना कोचिंग के सफल हो रहे हैं। बस जरूरत है सही मार्गदर्शन और डेडिकेशन के साथ पढ़ाई करने की।

Q. तैयारी के लिए कितना समय पर्याप्त है ?

Ans. वैसे तो इसका कोई समय निर्धारण नहीं है यह सबके क्षमता पर डिपेंड करता है। अगर आप अभी शुरुआत करना चाहते हैं तो आपकी तैयारी के लिए 18 माह पर्याप्त होंगे। शुरुआत के 3 माह में NCERT को ठीक से तैयार कर लीजिये। इसके बाद 12 माह आपकी विषयानुसार तैयारी के लिए।और अंतिम 3 माह मॉक टेस्ट और रिवीजन के लिए रखिये !

Q. ऑप्शनल पेपर (Optional Paper) का चुनाव कैसे करें ?

Ans. बहुत से छात्रों कि यह दुविधा होती है कि वैकल्पिक पेपर कौन सा चुने ? हमारी उनको विशेष सलाह है कि वैकल्पिक पेपर के चुनाव के समय आप सिर्फ अपनी रूचि का ध्यान रखिये । किसी की सलाह का नहीं ! अक्सर छात्र सफल अभ्यर्थियों के इंटरव्यू पढ़कर उनके विषय को ही अपना वैकल्पिक बना लेते हैं। यह घातक हो सकता है क्योंकि जरुरी नहीं कि जिस विषय में वे सुलभ हो उसे आप भी उसी तरह अपना पाएं। सबकी अपनी अलग अलग रूचि होती है किसी को भूगोल बड़ी आसान लगती है और बहुत से ऐसे भी हैं जिन्हे भूगोल से बड़ा डर लगता है। हर ऑप्शनल पेपर से अभ्यर्थी सफल हुए है, ऐसा नहीं है कि कोई विषय कम या ज्यादा स्कोरिंग होता है । यह आपकी लेखन शैली पर निर्भर करता है कि आप कितनी हद तक निरीक्षक को प्रभावित कर पाते हैं।

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