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काजीरंगा नेशनल पार्क |Kaziranga National Park|Kaziranga National Park got 10 satellite phone

न्यूज में क्यों है ?

काजीरंगा National Park अधिकारियों को 10 सेटेलाइट फोन दिया जाएगा। यह फैसला असम के सीएम(मुख्यमंत्री) हेमंत विश्वा सरमा की अध्यक्षता में हुई बैठक में लिया गया।

इस नेशनल पार्क में संपर्क की सुविधा बहुत ही निम्न स्तर की या नहीं के बराबर है। इसलिए पार्क में होने वाले जानवरों का शिकारियों द्वारा शिकार को रोकने तथा बेहतर संपर्क सुविधा के लिए सेटेलाइट फोन के विकल्प को चुना गया हैं, जोकि BSNL द्वारा संचालित होगा। मोबाइल टावर से एक सीमित क्षेत्र में ही संपर्क की सुविधा हो पाती है। इस सेटेलाइट फोन का खर्च National Park Authority करेगी।

इससे पहले यह पार्क बीच में बहने वाली ब्रह्मपुत्र नदी में बाढ़ आने से हुई अनेक जानवरों की मौत के कारण भी चर्चा में रहा था।

भारत में नेशनल पार्क (राष्ट्रीय उद्यान):-

भारत में पहला नेशनल पार्क 1936 में हेली नेशनल पार्क उत्तराखंड में खोला गया। यह राम गंगा नदी के किनारे पर स्थित है। इस पार्क का नाम बाद में जिम कार्बेट नेशनल पार्क कर दिया गया।

नेशनल पार्क (राष्ट्रीय उद्यान):- संकटग्रस्त या संकट प्राय जीवो के लिए आरक्षित क्षेत्र होता है। जिसमें जानवर स्वतंत्र रूप से रहते हैं तथा अपने अन्य क्रियाकलाप करते हैं। इसमें मानव की सीमित गतिविधियां होती है।

भारत में 104 नेशनल पार्क है सबसे अधिक नेशनल पार्क मध्य प्रदेश(12), अंडमान निकोबार(9),और असम(7) में है। भारत का सबसे बड़ा नेशनल पार्क हेमस नेशनल पार्क जम्मू कश्मीर में है।

काजीरंगा National Park के बारे में जानकारी:-

काजीरंगा पार्क भारत के असम राज्य में है। 430 sq km में फैला हुआ यह पार्क असम के 3 जिला गोलाघाट, कार्वीऑलोंग और नागांव से जुड़ता है।

यह नेशनल पार्क यहां पाए जाने वाला एक सींग वाला गेंडा के लिए विश्व भर में प्रसिद्ध है! यहां पर विश्व के 2/3 गेंडा पाया जाता है। (लगभग 2200+)

1905 में यह पहली बार रिजर्व फॉरेस्ट घोषित किया गया था तथा 1974 में राष्ट्रीय उद्यान घोषित किया गया और 1985 में इसे विश्व धरोहर सूची में शामिल किया गया।

यह पार्क मुख्य रूप से हाथी घास मैदान ,दलदली लैटिन घने जंगल जैसे क्षेत्रों में फैला हुआ है।

इस नेशनल पार्क में 35 से अधिक जीवो की प्रजाति, 10 संकटग्रस्त जीव प्रजाति पाए जाते हैं! यहां पर मुख्य रूप से गेंडा, बाघ ,हाथी जंगली भैंस , swamp हिरण पाया जाता है।
इसके अलावा जंगली बिल्ली, कोबरा, पाइथन, डॉल्फिन एवं अनेक तरह की पक्षी भी पाए जाते है।

यहां पर शीत ऋतु में मध्य एशिया से अनेक पक्षी प्रवास के लिए आते हैं। इस पार्क को bird life international द्वारा पक्षियों के लिए एक महत्वपूर्ण क्षेत्र घोषित किया गया।

यहां पर बाघ काफी संख्या में पाए जाते हैं जिस कारण 2008 में इसे टाइगर रिजर्व भी घोषित किया गया।

यहां पर मुख्यता 4 type के वनस्पति जलोढ़ घास का मैदान, जलोढ़ शबाना जंगल, उष्णकटिबंधीय मिश्रित पर्णपाती वन, उष्णकटिबंधीय अर्ध सदाबहार वन पाए जाते हैं।

इस पार्क के अंदर से गुजरने वाली NH-37 पर फ्लाईओवर बनाया जा रहा है। ताकि वाहनों द्वारा जानवरों का नुकसान ना हो।

राष्ट्रीय उद्यान के फायदे :-

● राष्ट्रीय उद्यान संकटग्रस्त जीव के संरक्षण का महत्वपूर्ण क्षेत्र होता है।

● यह जैव विविधता एवं पर्यावरण संतुलन को बनाए रखने में मदद करता है ।

● विभिन्न प्रकार के जीवो के जातियों को संरक्षित करता है।
यहां पर अनेक प्रकार के वनस्पति एवं पक्षियों पाए जाते हैं।

● नेशनल पार्क पर्यटन के लिए एक महत्वपूर्ण स्थान होता है।
जहां पर आप सफारी द्वारा जंगल का भ्रमण एवं जानवरों के देखने का लुफ्त उठा सकते हैं।

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धन्यवाद !

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