नमस्कार पाठकों
मित्रों आज के लेख में हम शनि ग्रह के बारे में आपको कुछ रोचक तथ्य बताएंगे। मित्रों शनि ग्रह बहुत ही खास ग्रह है। इसका रोमन पौराणिक कथाओं और हिंदू पौराणिक कथाओं में वर्णन मिलता है। मित्रों आज के लेख में हम आपको बताएंगे कि शनि ग्रह क्या है। शनि ग्रह की संरचना किस प्रकार की है। शनि ग्रह से संबंधित कुछ रोचक तथ्य भी आपको बताएंगे और शनि ग्रह से संबंधित पूरी जानकारी आज इस लेख में भी दी जाएगी।
तो चलिए शुरू करते हैं-
शनि ग्रह क्या है ?
मित्रों शनि ग्रह हमारे सौरमंडल का एक ग्रह है। हमारे सौरमंडल के नौ ग्रहों में से शनि ग्रह दूसरा सबसे बड़ा ग्रह है। सबसे बड़ा ग्रह बृहस्पति है। और उसके बाद दूसरा सबसे बड़ा ग्रह शनि ग्रह है। और तीसरा सबसे चमकीला ग्रह शनि ग्रह ही है।
मित्रों शनि ग्रह कई प्रकार से हमारे ग्रंथों और पौराणिक कथाओं में विद्यमान है। हिंदू कथाओं के साथ-साथ रोमन पौराणिक कथाओं में भी इसका बहुत जिक्र मिलता है। शनि ग्रह के 82 से ज्यादा चंद्रमा/उपग्रह है। जिनमें टाइटन एन्सेलादुस और रियाह नमक चंद्रमा भी इसके हैं। शनि ग्रह के 7 समूह के अंदर 30 से ज्यादा चक्रिकाएं अर्थात रिंग है यह दिखने में पृथ्वी के बाद सबसे ज्यादा सुंदर ग्रह है। आइए अब इसकी कुछ रोचक तथ्य के बारे में आपको जानकारी देते हैं-
शनि ग्रह की संरचना ?
शनि ग्रह की आतंरिक संरचना लोहे और निकल के पदार्थों से मिलकर बनी है और इसकी बाहरी परत लिक्विड हाइड्रोजन और लिक्विड हीलियम के मिश्रण से बना है। शनि ग्रह के उपरी वातावरण में अमोनिया के क्रिस्टल अधिक मात्र में है। जिसके वजह से इसका रंग थोडा पीला जैसा लगता है।
इसकी आकृति एक चपटे अंडाकार ग्रह के रूप में है। शनि ग्रह की ऊपरी सतह बादलों से मिलकर बनी है। शनि ग्रह मुख्य रूप से हाइड्रोजन से मिलकर बना है। शनि ग्रह की चक्रिकाएं पूरे सौरमंडल में सबसे विशाल और सबसे बड़ी है। लेकिन यह मात्र आधा किलो मीटर मोटी ही है। शनि ग्रह की चक्रिकाओं में एक मिट्टी के कण से लेकर के एक बड़ी बिल्डिंग के बराबर तक के उल्कापिंड चक्कर लगा रहे होते हैं।
शनि ग्रह के 150 से भी ज्यादा छोटे बड़े चंद्रमा है। शनि ग्रह के चंद्रमा का नाम टाइटन है जो नाइट्रोजन से मिलकर बना है। इसमें मुख्यत: है पानी, बर्फ और पत्थर है।
शनि ग्रह के स्मरणीय रोचक तथ्य-
मित्रों शनि पौराणिक कथाओं के अनुसार और वैज्ञानिक दृष्टि के अनुसार सबसे महत्वपूर्ण ग्रहों में से एक है। हमारे सौरमंडल के सबसे महत्वपूर्ण ग्रहों में से एक है। मित्रों यह एक चमत्कारिक ग्रह भी है जो दिखने में बड़ा है। लेकिन इसका वजन इसके द्रव्यमान की तुलना में काफी कम है।
इसके कुछ रोचक तथ्य इस प्रकार है-
- शनि ग्रह का व्यास 1,20,536 किलोमीटर है।
- शनि ग्रह इतना बड़ा है और इतना भारी है जिसमें लगभग 95 पृथ्वी समा सकती है।
- शनि ग्रह के 7 समूहों के अंदर 30 से ज्यादा रिंग है जो एक ही दिशा में है इसीलिए यह एक मोटी पट्टीका दिखाई देती है।
- शनि ग्रह के पथ की दूरी 1,42,66,66,422 किलोमीटर है।
- यह अपनी धुरी पर अपना पूरा एक चक्र लगभग 30 वर्षों में पूरा करता है। (29.5 साल एक्यूरेट)
- शनि ग्रह की सतह का तापमान -139 डिग्री सेंटीग्रेड है।
- शनि ग्रह, बृहस्पति ग्रह की तरह विशाल है इसी कारण इसे आप अपनी नंगी आंखों से भी देख सकते हैं।
- शनि ग्रह दूसरा सबसे बड़ा और 5वां सबसे चमकीला ग्रह है जिसे आप सामान्य टेलीस्कोप या नंगी आंखों से भी देख सकते हैं।
- ग्रीक की पुरानी कथाओं में शनि ग्रह को क्रॉस देवता के रूप में भी माना जाता था। यह एक बुरा देवता था।
- शनि ग्रह बहुत ही ज्यादा समतल है।
- शनि ग्रह जुपिटर के बाद में दूसरा सबसे तेज घूमने वाला ग्रह है। जो मात्र 10 घंटे और 34 मिनट के अंदर अपना एक चक्र पूरा करता है। अपने अक्ष पर एक घूर्णन पूरा करता है।
- शनि ग्रह 29.4 सालों में सूर्य का एक चक्कर लगाता है।
- इसका घूर्णन तेज होने की वजह से इसकी पथ पर चाल धीमी हो जाती है। और सूर्य से दूर होने के कारण भी यह इतना समय लगाता है।
- आज तक केवल 4 स्पेसक्राफ्ट ने ही शनि ग्रह का भ्रमण किया है जिनके नाम Pioneer 11, voyager 1, voyager 2, Cassini Huygens Mission है।
- शनि ग्रह मुख्य रूप से हाइड्रोजन 96% और हीलियम 3% से मिलकर बना है। इसमें मुख्य और भी कई तत्व है जिनमें मीथेन, अमोनिया, एसिटिलीन, एथेन, प्रोपेन और फास्फीन है।
- शनि ग्रह को पूरे सौरमंडल का गहना भी कहा जाता है।
- आप शनि ग्रह पर पृथ्वी की तरह खड़े नहीं हो सकते, क्योंकि शनि ग्रह मुख्य रूप से गैस से मिलकर बना है जिसमें काफी सारी हीलियम भी है। यह वही हीलियम गैस है जो हम गुब्बारों में भरते हैं। शनि ग्रह की रिंग ठोस नहीं है क्योंकि यह बर्फ धूल और पत्थर से मिलकर बनी है।
- शनि ग्रह की रिंग में कुछ कण मिट्टी के कण जितने छोटे हैं और कुछ कर किसी बड़ी बिल्डिंग जितने बड़े हैं यह देखने में थोड़ा विचित्र है लेकिन शनि ग्रह की रिंग मात्र आधी किलोमीटर मोटी है।
- शनि ग्रह के अलावा भी और कई ऐसे ग्रह है जिनके पास रिंग है। लेकिन शनि ग्रह की रिंग ऐसी है जिसे आप पृथ्वी से बैठ कर भी देख सकते हैं। शनि ग्रह की रिंग देखने के लिए आपको एक छोटा टेलिस्कोप चाहिए होता है।
- अगर हम शनि ग्रह को एक पत्थर का टुकड़ा मान लें और उसे पानी में फेंक दें तो यह तैरने लगेगा क्योंकि यह मुख्य रूप से केवल गैस से मिलकर बना है।
शनि ग्रह से संबंधित दंत कहानियां-
मित्रों शनि ग्रह हिंदू पौराणिक कथाओं और रोमन पौराणिक कथाओं में बड़ा महत्वपूर्ण स्थान रखता है। हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार सूर्य के पुत्र शनि थे और उनके समर्पण में ही शनि ग्रह है। अर्थात शनि ग्रह भगवान शनि देव को समर्पित है। या दूसरे शब्दों में कहा जाए तो भगवान शनि का ग्रह शनि ग्रह है। शनि ग्रह को नक्षत्रों के अनुसार बड़ा ही महत्वपूर्ण माना गया है। शनि ग्रह को बहुत बार अच्छा नहीं माना जाता क्योंकि शनि ग्रह बुरे लोगों को उनका दंड देने के लिए जाने जाते हैं। दंड विधान में शनि ग्रह का स्थान काफी ऊपर है।
रोमन कथाओं के अनुसार या ग्रीक कथाओं के अनुसार शनि ग्रह को क्रोनस के नाम से जाना जाता था। क्रोनस एक दुराचारी देवता था। जिसे बृहस्पति ग्रह ने हराया था बृहस्पति ग्रह ने क्रोनस और टाइटन दोनों को हराया था। जिसके बाद से बृहस्पति ग्रह को देवता बनने का सौभाग्य मिला।
तो मित्रो आज के लेख में हमने जाना कि शनि ग्रह क्या है। और शनि ग्रह से जुड़ी कुछ दंत कहानियां और शनि ग्रह से संबंधित कुछ रोचक तथ्यों के बारे में हमने जानकारी हासिल करी है।
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धन्यवाद
FAQ
Q. शनि ग्रह के कितने छल्ले हैं?
Ans. शनि ग्रह में कुल 30 छल्ले बने हुए हैं जो मुख्य रूप से 7 समूहों में विभाजित है।
Q. क्या शनि ग्रह पर जीवन है?
Ans. शनि ग्रह में पानी की मात्रा बहुत ज्यादा है। इसलिए यह संभावनाएं बढ़ जाती है कि शनि ग्रह पर जीवन हो सकता है या सूक्ष्म जीवों का अस्तित्व भी शनि ग्रह पर हो सकता है। लेकिन यह तथ्यात्मक रूप से सिद्ध नहीं किया जा सकता क्योंकि शनि ग्रह पर अभी तक कोई रॉकेट भेजा नहीं गया है।
Q. शनि ग्रह पृथ्वी से कितना दूर है?
Ans. शनि ग्रह की पृथ्वी से दूरी सदैव बदलती रहती है क्योंकि दोनों के दोनों सूर्य के चक्कर लगाते रहते हैं। लेकिन जब पृथ्वी और शनि आपस में सबसे नजदीक होते हैं तब उस समय इन दोनों की आपस में दूरी लगभग 1.2 अरब किलोमीटर की होती है।