‘मंजिलें उन्हीं को मिलती है जिनके सपनों में जान होती है,
पंखों से कुछ नहीं होता है हौसलों से उड़ान होती है”
यह लाइन KBC-13 (Kaun Banega Karodpati) के पहली करोड़पति हिमानी बुंदेला के लिए एकदम सटीक है। हिमानी केबीसी में एक करोड़ जीतने वाली पहली नेत्रहीन उम्मीदवार हैं।
आइए हम इनके बारे में कुछ जानकारी प्राप्त करते हैं।
हिमानी बुंदेला का जन्म यूपी के आगरा शहर, उत्तर प्रदेश में 1996 में हुआ। इनके माता का नाम सरोज बुंदेला तथा पिता का नाम विजय बुंदेला है। इनके तीन बहन और एक भाई हैं। बचपन से यह एक सामान्य बच्चे की तरह थी। 2006 में आंख में कुछ प्रॉब्लम आने के बाद आंख में सर्जरी किया गया। जिसके बाद इनका खेलना, कूदना भीड़ वाली जगह पर जाने से मना किया गया। 2011 में 10th पास कर 11 में एडमिशन लिया। वह Eye स्पेशलिस्ट डॉक्टर बनना चाहती थी। अब तक सब कुछ सही चल रहा था। फिर 2012 में 16 वर्ष की अवस्था में कोचिंग जाने के दौरान हिमानी बुंदेला का एक्सीडेंट हो गया। जिससे शारीरिक चोट के साथ-साथ इनके आंखों पर ही इफेक्ट पड़ा। इनकी आंखों की रोशनी धीरे धीरे धुंधला होने लगी डॉक्टर से दिखाने के बाद पता चला कि इनका रेटिना अपने स्थान से हिल गया है। इसके लिए तीन सर्जरी किया गया अब तक इनके आंखों से धुंधला ही दिखाई देता था। स्पष्ट दिखाई देने के लिए डॉक्टर ने चौथा ऑपरेशन करने को कहा यह ऑपरेशन असफल रहा। जिनसे इनकी आंखों की रोशनी चला गया। हिमानी बुंदेला का कहना है कि, उसके बाद उनकी लाइफ पूरी तरह से बदल गई। 6 – 7 महीना तक डिप्रेशन में चले गई। उन्हें लगा उनका जीवन खत्म हो गया। वह काफी परेशान रहने लगी। उनके जीवन से खुशियां मानो गायब सी हो गई। उनके साथ साथ उनके परिवार के सभी लोग भी बहुत दुखी रहने लगे। लेकिन उनके पिता ने उनका साथ देते हुए हमेशा उनका हौसला बढ़ाते रहें और आगे बढ़ने की हिम्मत देते रहे। उसके बाद उन्होंने अपने स्कूल के प्रिंसिपल तथा अपने परिवार के लोगों के सहयोग से 12 का एग्जाम भी दिया। उसके बाद graduation में एडमिशन के लिए इन्हें काफी परेशानी भी हुई। क्योंकि नेत्रहीन होने के कारण कोई कॉलेज में एडमिशन नहीं हो रहा था। इसके बाद उनका एडमिशन शकुंतला यूनिवर्सिटी में हुआ। B.Ed करने के बाद केंद्रीय विद्यालय में एक टीचर के रूप में नियुक्ति हो गई। इनका बचपन से ही रियलिटी शो में जाने का मन करता था। एक बार केबीसी देखने के दौरान ही यह मन में ठान ली थी, केबीसी में जाना है। इसके लिए अपने दोस्तों के साथ बचपन में kbc जैसा ही खेल खेला करती थी। जिसमें यह खुद अमिताभ बच्चन का रोल करती थी।
हिमानी बुंदेला का कहना है,
“यूं तो जिंदगी सब काट लेते हैं मगर जिंदगी ऐसे जियो कि मिसाल बन जाए”
इन्होंने केबीसी में आने के लिए 5 साल तक रजिस्ट्रेशन करवाएं। परंतु कॉल नहीं आया पर जब अप्रैल 2021 में केबीसी से कॉल आया। तो दो बार Scam समझकर कॉल को रिजेक्ट भी कर दिया। फिर बाद में सच्चाई का पता चला और वह मुंबई गई।
इनसे एक करोड़ के लिए पूछा गया सवाल यह है।
Q. WW 2 में ब्रिटेन के जासूस के रूप में नूर इनायत खान ने किस नाम का प्रयोग किया था।
A. वेरा एटकिंस B. क्रिस्टीना स्कार वेक C. जूलियन आईस्नर D.जीन मेरी रेनियर
जिसका सही जवाब इन्होंने जीन मेरी रेनियर के रूप में दिया।
इनसे पूछा जाने वाला 7 करोड़ का सवाल
Q. डॉक्टर भीमराव अंबेडकर द्वारा लंदन स्कूल ऑफ़ इकोनॉमिस्ट में प्रस्तुत किया गया थीसस का शीर्षक क्या था? जिनके लिए इन्हें 1923 में doctorate के उपाधि दिया गया।
A. द वान्टस एंड मींस ऑफ इंडिया B. द प्रॉब्लम ऑफ यूपी C. नेशनल डिविडेंड ऑफ इंडिया D. द लं एंड लार्यस
इस सवाल को उन्होंने छोड़ दिया।
इसका सही उत्तर द प्रॉब्लम ऑफ रूपी है।
दृष्टि चले जाने के बाद हिमानी पढ़ाई ऑडियो नोट्स और वाइस नोट के माध्यम से करती थी।
इनके लिए नोट बनाने में इनके भाई-बहन इनकी सहायता करते थे।
KBC का इतिहास :-
केबीसी का आरंभ 3 जुलाई 2001 को हुआ। जिसको अमिताभ बच्चन ने होस्ट किया। अब तक इसका 12 सीजन हो चुका है और 13th हो रहा है। इसमें पहले 1 crore , फिर 2 करोड़, 5 करोड तथा अब 7 करोड के अधिकतम विजेता राशि है। इसके पहले का 3 सीजन का प्रसारण Star plus पर हुआ। बाद में चौथे सीजन से इसका प्रसारण Sony tv पर होने लगा। इसका एकमात्र 2007 का तीसरा सीजन शाहरुख खान ने होस्ट किया।
अंत में यह कहना गलत नहीं होगा कि, “जहां चाह वहां राह” अगर इंसान चाहे तो वह सब कुछ कर सकता है”
Amazing knowledge Manish bri