अभी के समय में 2020 के आरंभ से लेकर आज तक सबसे चर्चित विषय अगर कुछ है तो वह corona है। यह करोना दुनिया तथा भारत पर एक विपदा की तरह आई और अब तक 4.40 lac भारत में तथा 45 lac world में जाने लेकर चली गई। इसने अब तक 21.5 करोड़ लोगों को संक्रमित किया तथा ना जाने कितने लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित किया। कई देशों की अर्थव्यवस्था को डुबा दिया। बेरोजगारी को बढ़ा दिया तथा लोगों को घरों में बंद रहने के लिए मजबूर किया। यह करोना एक चरण में नहीं बल्कि कई चरणों में आकर तबाही मचाई। इसने अपने original रूप से परिवर्तित होकर कई रूपों में भी तबाही मचाई। इसके प्रमुख रूप beta, gamma, Kappa ,zeta, Epsilon ,delta आदि है। इसमें डेल्टा सबसे खतरनाक एवं घातक रूप है।
डेल्टा वैरीअंट क्या है ?
Corona वायरस को कोविड-19 के नाम से भी जाना जाता है तथा इससे SARS cov2 (severe acute respiratory syndrome corona virous 2) भी कहा जाता है। यह वायरस चीन के वुहान लैब से निकला तथा यह एक प्रकार का RNA वायरस है। यह वायरस एक दूसरे से संपर्क , खांसने तथा छीकने के साथ साथ कुछ केसों में हवा से भी फैलता है। यह वायरस संक्रमित व्यक्ति के शरीर में अपनी संख्या तेजी से बढ़ाता है। इसके ज्यादा फैलने से इस के रूप में भी परिवर्तन होता है इसके अंदर पाए जाने वाले spike प्रोटीन में परिवर्तन होने से इसके रूप में परिवर्तन होता है। यूं तो करोना का लाखों रूप में परिवर्तन हो चुका है। परंतु सारे खतरनाक नहीं होते है।
Corona के परिवर्तित रूप को variant तथा परिवर्तन की इस प्रक्रिया को “mutation” कहा जाता है । खतरनाक होने वाले variant हैं alpha, beta, gamma, delta , epislon , lotta, zeta ,Kappa प्रमुख है।
कम खतरनाक वेरिएंट को वैरीअंट ऑफ इंटरेस्ट (VOI) जिनमें epislon (America ), zeta , (brazil), lotta हैं। खतरनाक वैरीअंट को variant of concern(VOC) में रखा जाता है जैसे- alpha (B.1.1.7) beta (B 1.351), gamma(P1), delta (B.1.61.72) हैं।
डेल्टा वेरिएंट का नामकरण –
पहले corona वेरिएंट को जिस देश में सबसे पहले पाया जाता था उसी के नाम से जाना जाता था। इससे वह देश ने UN(united nation) में शिकायत की, कि इस तरह से उसके देश की छवि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर धूमिल होगी। तो UN ने variant का वैज्ञानिक नाम नहीं बदला। परंतु उसने आम लोगों के लिए code name दे दिया। जोकि ग्रीक लेटर में है। जैसे ब्रिटेन के लिए अल्फा, साउथ अफ्रीका वाला के लिए बीटा, ब्राजील में पाए जाने वाले के लिए गामा जीटा, अमेरिका के लिए epislon,भारत में पाए जाने वाले वेरिएंट के लिए डेल्टा कप्पा नाम दिया गया।
डेल्टा वैरीअंट कितना खतरनाक है?
डेल्टा वैरीअंट को सबसे पहले भारत में अक्टूबर 2020 में खोजा गया और यह अब तक 130+ कंट्री (देश) में फैल चुका है। इसकी घातक होने की पहचान यह है कि भारत में आए दूसरे लहर का 90% से अधिक केस तथा uk में पाए गए नए केसों में भी 90% केस डेल्टा वैरीअंट का ही था। इसकी spreading की क्षमता भी other variant की अपेक्षा 40 से लेकर 100% तक अधिक है तथा इसकी infection rate भी अधिक है। जैसे original कोरोनावायरस average 3 लोगों को संक्रमित करता था। अल्फा वैरीअंट 4 लोगों को तथा डेल्टा 6 लोगों को संक्रमित करता है । इसमें vaccines अन्य वैरीअंट की तुलना में कम काम करती है। इस variant से संक्रमित लोग हॉस्पिटल में भी ज्यादा भर्ती होते हैं तथा उनकी मौत भी अन्य से संक्रमित की तुलना में अधिक होती है।
डेल्टा वेरिएंट के लक्षण –
इसका लक्षण सीने में दर्द, पेट में दर्द, आंखों का लाल होना ,डायरिया ,जी मिचलाना, भूख ना लगना, सुनने में दिक्कत, सुखी खासी, बुखार, थकान सर्दी, नाक का बहना ,किसी चीज का स्वाद ना आना, सांस लेने में दिक्कत होना आदि है।
डेल्टा वेरिएंट से सावधानी तथा उपचार :-
इसमें सावधानी के लिए हमेशा मास्क लगाकर ही बाहर निकले , समय-समय पर हाथों को धोएं, सेनीटाइज करें ,भीड़भाड़ वाले इलाके में जाने से बचे ,सोशल डिस्टेंसिंग बना करके रहें, अपने प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए एक्सरसाइज करें तथा पोष्टिक आहार का सेवन करें । अगर किसी को करोना हो गया तो , वह लोगों से दूरी बनाकर रखें, डॉक्टर से सलाह से हो सके तो घर में एक कोरेंटिन होकर अपना इलाज करें, बुखार को उतारने के लिए पेरासिटामोल 650 का सेवन करें। डॉक्टर की सलाह से जिंक,विटामिन की दवाइयां ले। पानी को पीते रहे, प्रोटीन युक्त खाना ले ,फ्रेश, फ्रेश फ्रूट जूस का सेवन करें पॉजिटिव माइंड सेट बनाकर रखें तथा एक्सरसाइज भी करें।