न्यूज़ में क्यों है?
भारत की राजधानी “दिल्ली” में देश का पहला स्मॉग टावर कनॉट प्लेस में लगाया गया है। इसका उद्घाटन दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने किया। यह टावर प्रदूषण नियंत्रण के लिए लगाए जाने वाला अपने तरह का पहला स्मॉग टावर है।
स्मॉग टावर के बारे में :-
इस smog टावर को दिल्ली में वायु प्रदूषण को कम के लिए लगाया गया है। ज्ञात है कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली देश एवं दुनिया की सबसे प्रदूषित शहरों में से एक है। पिछले कुछ सालों में वायु की गुणवत्ता में गिरावट देखी गई है। इसलिए वायु प्रदूषण कणों (pm 2.5 & pm 10) को कम करने के लिए वायुशोधक के रूप में इसे लगाया गया है।
यह 1000 cubic meter air/sec शुद्ध करता है। इस 24 मीटर लंबे ढांचे की कुल लागत 20 करोड़ होते हैं। जिसे दिल्ली सरकार के द्वारा वाहन किया गया है। स्मॉग टावर 1 किलोमीटर के दायरे में वायु की गुणवत्ता में सुधार कर सकता है।
इसके ऊपर में एक बड़ा सा पंखा लगा रहता है जो कि वायु को खींचता है और अंदर में 40 पंखे तथा 5000 प्यूरीफायर लगा होता है इसमें 2 लेयर की फिल्टर लगा रहता है तथा Electrostatic filter method पर काम करता है। यह 99% 2.5 particulate matter को सोख लेता है यानी साफ करता है।
इसे बनाने की तकनीक “अमेरिका” से लिया गया है तथा इसे Tata project limited ने “IIT दिल्ली” और “IIT मुंबई” की तकनीकी सहयोग से तैयार किया। इस परियोजना का प्रबंधन सलाहकार राष्ट्रीय भवन निर्माण निगम (NBCC) इंडिया लिमिटेड को नियुक्त किया गया है।
Smog क्या होता है ?
Smog= smoke + fog से मिलकर बना होता है। इसे धुआं युक्त कोहरा कहा जाता है । इसमें नाइट्रोजन ऑक्साइड , सल्फर ऑक्साइड ,ओजोन , smoke तथा पार्टिकुलेट मैटर पाया जाता है। यह वाहन से निकलने वाला धुआं, फैक्ट्री से निकलने वाला धुआं , कोयला,पराली आदि को जलाने से उत्पन्न होता है।
प्रदूषण से होने वाली मौतों का आंकड़ा ?
प्रदूषण की समस्या देश के साथ-साथ पूरे विश्व के लिए एक बहुत बड़ी समस्या है। हर साल प्रदूषण से 7 मिलियन से अधिक लोगों की मौत हो जाती है।इसमें 1.2 मिलियन से अधिक लोगों की मौत सिर्फ भारत में हर साल वायु प्रदूषण के कारण होता है। बीते साल चीन की राजधानी बीजिंग में वायु प्रदूषण के चलते आपातकाल की घोषणा कर दी गई थी।
नोट- विश्व में पहला स्मॉग टावर चीन की राजधानी बीजिंग में लगाया गया तथा सबसे बड़ा स्मॉग टावर चीन के शहर जियान में लगाया गया है जोकि 10 मिलियन क्यूबिक मीटर हवा प्रतिदिन प्यूरीफायर करता है।
◆ सुप्रीम कोर्ट के बयान के बाद भारत सरकार ने एक नियम बनाया कि सभी विकास पपरियोजना वाले स्थान पर स्मॉग टावर लगाया जाए। इसके लिए 2019 में “National clean air program” शुरू किया।
इसके तहत अगले 5 सालों में 102 शहर में स्मॉग टावर लगाने का प्रस्ताव था।
◆ भारत का पहला स्मॉग टावर दिल्ली के लाजपत नगर में 3 जनवरी 2020 को लगाया गया था। यह टावर 2.5 +10 size के particulate matter के 80℅ कणों को सोख लेता है।इसका लागत खर्च एवं मेंटेनेंस खर्च ट्रेडर्स एसोसिएशन के द्वारा दिया गया।
निष्कर्ष-
स्मॉग टावर लगाना प्रदूषण का एक मजबूत उपाय नहीं है । यह प्रदूषण को कुछ हद तक कम कर सकता है तथा यह एक तरह का प्रयोग है। यह खर्चीला भी होता है । इसलिए वायु प्रदूषण को कम करने के लिए एक मजबूत तथा दीर्घकालीन उपाय के बारे में सोचना चाहिए तथा उस पर काम करना चाहिए एवं लोगों को अपने गतिविधियों पर भी ध्यान देना चाहिए ताकि वायु प्रदूषण में कमी की जा सके।