What is Computer | कंप्यूटर क्या है?
कंप्यूटर शब्द की उत्पत्ति “लैटिन भाषा” के “कंप्यूटेयर” शब्द से हुई है जिसका अर्थ है “गणना करना”। इसके अनुसार हम कह सकते हैं कि कंप्यूटर एक ऐसी मशीन है जो गणनाएं करने में हमारी सहायता करती है और इसीलिए इसे “संगणक” भी कहा जाता है कंप्यूटर एक ऐसी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है जिसमें डाटा को प्राप्त करने , प्रोसेस और संग्रहित करने की क्षमता होती है कंप्यूटर “हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर” का एक ऐसा संयोजन है जो डाटा को सूचना में परिवर्तित करता है।
कंप्यूटर का वर्गीकरण –
कंप्यूटर का वर्गीकरण तीन आधारों पर किया जा सकता है
1) आकार के आधार पर
2) कार्य के आधार पर
3) उद्देश्य के आधार पर
1) आकार के आधार पर – आकार के आधार पर कंप्यूटर चार प्रकार के होते हैं
1) माइक्रो कंप्यूटर
2) मिनी कंप्यूटर
3) मेनफ्रेम कंप्यूटर
4) सुपर कंप्यूटर
1) माइक्रो कंप्यूटर (Micro Computer)
यह कंप्यूटर आकार में इतने छोटे होते हैं कि इन्हें डेस्क पर सरलता पूर्वक रखा जा सकता है इन्हें “कंप्यूटर ऑन ए चिप” भी कहा जाता है आधुनिक युग में माइक्रो कंप्यूटर फोन के आकार , पुस्तक के आकार तथा घड़ी के आकार में भी उपलब्ध है इनका प्रयोग मुख्य रूप से व्यवसाय तथा चिकित्सा के क्षेत्र में किया जाता है माइक्रो कंप्यूटर निम्न प्रकार के होते हैं –
A) डेस्कटॉप कंप्यूटर (Desktop Computer)
यह पर्सनल कंप्यूटर का सबसे अधिक उपयोग होने वाला कंप्यूटर है आज भी अधिकांश घरों और व्यापारिक स्थानों पर डेस्कटॉप कंप्यूटर प्रयोग किए जाते हैं क्योंकि यह सबसे सस्ते , मजबूत और ज्यादा चलने वाले होते हैं।
B) लैपटॉप (Laptop)
पिछले वर्षो में हुए तकनीकी विकास ने माइक्रो कंप्यूटरों का आकार इतना छोटा कर दिया है कि उन्हें सरलता पूर्वक इधर से उधर ले जाया जा सकता है और साधारण व्यक्ति भी इनको खरीदकर उपयोग में ले सकता है ऐसे कंप्यूटरों को लैपटॉप कहा जाता है लैपटॉप को “नोटबुक” भी कहा जाता है।
C) पामटॉप (Palmtop) –
यह लैपटॉप की तरह पोर्टेबल पर्सनल कंप्यूटर है यह लैपटॉप से भी हल्का और छोटा होता है इसे इस तरह से डिजाइन किया गया है कि इसे हाथ में रखकर आसानी से प्रयोग किया जा सकता है इसीलिए इसे “पामटॉप” या पर्सनल डिजिटल असिस्टेंट(PDA) कहा जाता है।
D) वर्कस्टेशन ( Workstation) –
यह कंप्यूटर अभियांत्रिकी , तकनीकी और ग्राफिक्स के कार्यों के साथ-साथ एकल व्यक्ति के साथ पारस्परिक व्यवहार में भी प्रयोग होता है।
2) मिनी कंप्यूटर (Mini Computer) –
मध्यम आकार के इन कंप्यूटरों की कार्य क्षमता तथा कीमत दोनों ही माइक्रो कंप्यूटर की तुलना में अधिक होती है इस प्रकार के कंप्यूटरों पर एक या एक से अधिक व्यक्ति एक समय में एक से अधिक कार्य कर सकता है इनका उपयोग छोटी या मध्यम स्तर की कंपनियां करती हैं
यह सेंट्रल कंप्यूटर की तरह प्रयोग होते हैं जिसे सर्वर कहा जाता है जैसे – HP 9000 , RISC 6000 , BULL HN – DPX2 और AS 400 आदि।
3) मेनफ्रेम कंप्यूटर ( Manframe Computer) –
यह कंप्यूटर आकार में अत्यधिक बड़े होते हैं इन कंप्यूटर की कार्य क्षमता और कीमत दोनों ही मिनी तथा माइक्रो कंप्यूटर से अधिक होती है अधिकतर कंपनियों में मेनफ्रेम कंप्यूटर का उपयोग भुगतान का ब्यौरा रखने , बिलों को भेजने , कर्मचारियों को भुगतान करने और उपभोक्ताओं द्वारा खरीदी वस्तुओं का ब्यौरा रखने इत्यादि कार्यों में किया जाता है जैसे – CDS – CYBER , IBM 4183 , ICL 39 , UNIVAC – 1110 आदि।
4) सुपर कंप्यूटर (Super Computer) –
यह कंप्यूटर तेज गति और अत्यधिक संग्रह क्षमता वाले होते हैं यह आकार में काफी विशाल होते हैं विश्व का प्रथम सुपर कंप्यूटर “CRAY – 1” Cray Research Company द्वारा सन् 1976 में बनाया गया था। भारत द्वारा निर्मित प्रथम सुपर कंप्यूटर PARAM – 8000 है इसका विकास C – DAC संस्था ने महाराष्ट्र पुणे में किया था सुपर कंप्यूटर का मुख्य उपयोग मौसम की भविष्यवाणी करने , अंतरिक्ष में अंतरिक्ष यात्रियों को भेजने और बड़ी वैज्ञानिक शोध प्रयोगशालाओं में किया जाता है जैसे – PARAM , PARAM YUVA 2 , PRATYUSH आदि।
2) कार्य के आधार पर – कार्य के आधार पर कंप्यूटर तीन प्रकार के होते हैं
1) एनालॉग कंप्यूटर
2) डिजिटल कंप्यूटर
3) हाइब्रिड कम्प्यूटर
1) एनालॉग कंप्यूटर (Analog Computer) –

एनालॉग कंप्यूटर का उपयोग भौतिक मात्राओं जैसे – दाब , तापमान , लंबाई और पारे इत्यादि को माप कर उनके परिणाम को अंकों में प्रस्तुत करने के लिए किया जाता है क्योंकि यह कंप्यूटर मात्राओं को अंकों में प्रस्तुत करते हैं इसीलिए इनका उपयोग विज्ञान और इंजीनियरिंग क्षेत्रों में सबसे अधिक किया जाता है
जैसे – स्पीडोमीटर और भूकंप सूचक यंत्र आदि।
2) डिजिटल कंप्यूटर (Digital Computer) –

अंको की गणना करने के लिए डिजिटल कंप्यूटर का उपयोग किया जाता है आधुनिक युग में अधिकतर कंप्यूटर डिजिटल कंप्यूटर की श्रेणी में ही आते हैं यह कंप्यूटर इनपुट किए गए डाटा और प्रोग्राम को 0 और 1 में परिवर्तित करके इन्हें इलेक्ट्रॉनिक रूप में प्रस्तुत करते हैं डिजिटल कंप्यूटर का उपयोग व्यापार में , घर के बजट में और एनिमेशन के क्षेत्र में विस्तृत रूप में किया जाता है जैसे – डेस्कटॉप कंप्यूटर , लैपटॉप आदि।
3) हाइब्रिड कंप्यूटर (Hybrid Computer) –

हाइब्रिड कंप्यूटर उन कंप्यूटर को कहा जाता है जिनमें एनालॉग और डिजिटल दोनों ही कंप्यूटर के गुण पाए जाते हैं इसके द्वारा भौतिक मात्राओं को अंको में परिवर्तित करके उसे डिजिटल रूप में ले आते हैं चिकित्सा के क्षेत्र में इसका सर्वाधिक उपयोग होता है जैसे – ECG और DIALYSIS मशीन में।
3) उद्देश्य के आधार पर – उद्देश्य के आधार पर कंप्यूटर दो प्रकार के होते हैं
1) सामान्य उद्देशीय कंप्यूटर
2) विशिष्ट उद्देशीय कंप्यूटर
1) सामान्य उद्देशीय कंप्यूटर
सामान्य उद्देश्यों की पूर्ति के लिए इन कंप्यूटर का प्रयोग किया जाता है इनके द्वारा डॉक्यूमेंट तैयार करने , उन्हें प्रिंट करने , डेटाबेस बनाने और पत्र तैयार करने आदि में किया जाता है।
2) विशिष्ट उद्देशीय कंप्यूटर
विशिष्ट उद्देश्यों की पूर्ति के लिए इन कंप्यूटर का प्रयोग किया जाता है इनका उपयोग अंतरिक्ष विज्ञान , मौसम विज्ञान , उपग्रह संचालन , यातायात नियंत्रण , कृषि विज्ञान , इंजीनियरिंग , भौतिक विज्ञान तथा रसायन विज्ञान में शोध उपग्रह संचालन आदि क्षेत्रों में विशिष्ट उद्देश्यों के लिए किया जाता है।
कंप्यूटर के मुख्य क्षेत्र –
आधुनिक युग में लगभग सभी क्षेत्रों में कंप्यूटर का प्रयोग होता है इसलिए आज के युग को “कंप्यूटर का युग” कहा जाता है
1) शिक्षा (Education) –
इंटरनेट के माध्यम से हम किसी भी विषय की जानकारी कुछ ही क्षणों में प्राप्त कर सकते हैं स्कूल और कॉलेज को भी इंटरनेट से जोड़ दिया गया है तथा कई जगहों पर स्मार्ट क्लास का प्रयोग किया जा रहा है जो कंप्यूटर के कारण ही संभव है।
2) बैंक (Bank) –
बैंकिंग के क्षेत्र में कंप्यूटर ने क्रांति ला दी है आज बैंकों के अधिकांश काम जैसे – ऑनलाइन बुकिंग , एटीएम द्वारा पैसे निकालना , चेक का भुगतान और एक शहर से दूसरे शहर में पैसे भेजना इत्यादि कंप्यूटर के द्वारा बहुत ही आसान हो गया है।
3) संचार (Communication) –
कंप्यूटर के क्षेत्र में इंटरनेट का प्रयोग सर्वाधिक किया जाता है कंप्यूटर के अभाव में आधुनिक संचार व्यवस्था की कल्पना नहीं की जा सकती टेलीफोन और इंटरनेट ने संचार के क्षेत्र में भी क्रांति ला दी है।
4) चिकित्सा (Medical) –
चिकित्सा के क्षेत्र में कंप्यूटर के द्वारा विभिन्न शारीरिक रोगों का पता लगाया जाता है रोगों का विश्लेषण तथा निदान भी कंप्यूटर द्वारा संभव है आधुनिक युग में एक्सरे , सीटी स्कैन और अल्ट्रासाउंड आदि विभिन्न जांचों में कंप्यूटर का प्रयोग हो रहा है।
5) वायुयान तथा रेलवे संरक्षण (Airlines and railway reservation ) –
एक स्थान से दूसरे स्थान पर वायुयान तथा रेल द्वारा जाने के लिए आरक्षण कंप्यूटर द्वारा ही किए जाते हैं कंप्यूटर द्वारा ही हम घर बैठकर रेल तथा वायुयान के निर्धारित समय की भी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
6) मनोरंजन (Entertainment) –
मनोरंजन के क्षेत्र में कंप्यूटर का उपयोग सिनेमा , टेलीविजन और गेम खेलने इत्यादि में किया जाता है इसमें कंप्यूटर ग्राफिक्स का उपयोग किया जाता है ग्राफिक की सहायता से फिल्मों में ऐसे विशेष प्रभाव भी डाले जाते हैं जो पहले संभव नहीं थे।
7) प्रशासन ( Administration) –
प्रत्येक संस्थान में अपना सिस्टम जरूर होता है और प्रशासनिक कार्य कंप्यूटर से ही किए जाते हैं प्रशासन में सरकार के कार्यों को जनता तक पहुंचाने तथा विभिन्न प्रशासनिक क्षेत्रों में कंप्यूटर का उपयोग किया जाता है।
8) ई – कॉमर्स (E commerce) –
कॉमर्स का अर्थ लेनदेन अर्थात व्यापार है और यदि लेनदेन कंप्यूटर , उसके नेटवर्क तथा संचार प्रणाली की सहायता से किया जाता है तो उसे ई-कॉमर्स कहते हैं इसमें कंप्यूटर का बहुत उपयोग होता है।
9) रक्षा एवं अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी – मिसाइल , रडार वायुयान नियंत्रण , अंतरिक्ष की घटनाओं और ग्रहों – उपग्रहों आदि का सूक्ष्म अध्ययन करने में कंप्यूटर का प्रयोग किया जाता है।
10) विज्ञान एवं इंजीनियरिंग – कंप्यूटर का उपयोग गणितीय विवेचना और वैज्ञानिक गणनाएं करने में किया जाता है इसके अतिरिक्त कंप्यूटर का प्रयोग कई तरह के रिकॉर्ड संग्रहित करने के लिए किया जाता है।
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