Chat GPT: जीपीटी, एक AI टूल आज के टाइम में सुर्खियों में है। कहा जा रहा है, कि इसे बैन किया जा सकता है। हैरानी की बात तो यह है, कि कई देशों में इसे बेन भी कर दिया गया है।

Chat GPT एक ऐसा एकमात्र टूल है जो इंसानी भाषा में कठिन से कठिन सवाल का जवाब दे सकता है। हाल ही में चैट जीपीटी का वर्जन फोर भी openai द्वारा लांच कर दिया गया है जिसे देखकर एक्सपर्ट्स का मानना है कि अब पूर्ण रूप से एआई का आगमन हो चुका है।
इटली के डेटा संरक्षण अथॉरिटी ने ओपनाई पर आरोप लगाया है कि वह उपयोगकर्ताओं से व्यक्तिगत डेटा एकत्र करते हैं। डाटा संरक्षको ने बताया कि वह अभी ओपन एआई पर तत्काल प्रभाव से बैन लगाएंगे और इस मामले की गहराई से जांच करेंगे। BBC रिपोर्ट के अनुसार, इस अमेरिकी कंपनी ओपन एआई के खिलाफ गहराई से जांच की जा रही है। अथॉरिटी का मानना है कि चैट जीपीटी के पास इतने बड़े पैमाने पर व्यक्तिगत डाटा इकट्ठा करना कानूनी अपराध है।
बीते कुछ दिनों में चैट जीपीटी पर डाटा ब्रीचिंग का भी आरोप लगाया गया। ब्रीचिंग के चलते यूजर्स दूसरे लोगों के कन्वर्सेशन पढ़ सकते थे। इटली के डाटा प्रोटेक्शन एजेंसी ने चैट जीपीटी को बनाने वाली अमेरिकी कंपनी ओपन एआई को संदेश भेजा कि इटली के यूजर का डाटा प्रोसेस ना करें। कंपनी को यह भी बोला गया कि वे यूजर्स का डाटा ब्रीच ना करें और उन्हें 20 दिन का समय दिया गया है। अमेरिकी कंपनी ओपन एआई को यह चेतावनी भी दी गई है कि यदि वे अपनी हरकतों से बाज नहीं आए, तो लगभग 21.7 मिलियन डॉलर यानी कि करीब 180 करोड रुपए का फाइन उन्हें देना पड़ सकता है।
खैर एजेंसी की चिंताएं भी ठीक है क्योंकि डाटा एक प्रकार का टूल ही होता है। यदि डाटा ऐसे ब्रीच होने लगा तो यह विभिन्न प्रकार की समस्याओं को जन्म देगा। ताज्जुब की बात तो यह है, चैट जीपीटी एक बहुत ही अनोखा टूल है, जिसने निश्चय ही आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस फील्ड में अनोखे कारनामे किए हैं, फिर भी इसका इस्तेमाल कोई भी कर सकता है, बिना किसी शुल्क के । यूजर्स का कहना है कि कई बार चैट जीपीटी गलत सूचनाएं भी जारी करता है, खैर इस बारे में कंपनी का कहना है कि वह इस में अन्य बदलाव करेंगे।
कई देशों में सिर्फ कॉलेज और यूनिवर्सिटी स्तर पर Chat GPT पर बैन लगाया गया है। लेकिन इटली ऐसा एक मात्र देश है जिसने पूरी तरह से Chat GPT को बैन किया है। इटली में चैट जीपीटी पर बैन लगाना एक अटपटी घटना के कारण हुआ। हुआ कुछ ऐसा था कि 20 मार्च का दिन था , इस दिन चैट जीपीटी द्वारा यूजर्स की कन्वर्सेशन और उनके पेमेंट डीटेल्स से जुड़ी जानकारी को लेकर डाटा ब्रीचिंग का मामला सामने आया। यही मुख्य कारण है जिस वजह से इटली में चैट जीपीटी को पूर्ण रूप से बैन किया गया है
रिपोर्टों की माने तो बताया जा रहा है कि अन्य देशों में भी Chat GPT को बैन किया जा सकता है।
फ्रांस आयरलैंड जैसे देशों के प्राइवेसी अथॉरिटीज का कहना है कि उन्होंने इसके रिजल्ट्स पर डिस्कशन के लिए इटली के डाटा protection authority से कांटेक्ट किया है। ऐसे में देखा जाए तो चैट जीपीटी पर कई ऐसे आरोप हैं, जिनके कारण चैट जीपीटी को बैन किया जा सकता है।
क्या भारत में भी होने वाला है Chat GPT बैन
भारत में भी इस टूल को बैन करने के बारे में सोचा जा रहा है। विद्यार्थी अपने असाइनमेंट्स, होमवर्क इसके द्वारा आसानी से कर लेते हैं। जिसके कारण बच्चों की प्रॉब्लम सॉल्विंग एबिलिटी और थिंकिंग एबिलिटी पर काफी ज्यादा बुरा प्रभाव पड़ सकता है। और इसके कारण उनकी यह स्किल्स डेवलप नहीं हो सकेंगे। मजे की बात तो यह है कि यह चैटबॉट एमबीए और लॉ का एग्जाम तक पास कर दिया है।
आशा करते है अब आपको Chat GPT से जुड़ी यह जानकारी अच्छी लगी होगी। Chat GPT से जुड़ी इस बैन के बारे में आपकी राय क्या है? क्या आप चाहते है की इस टूल पर बैन लगाया जाए या फिर आप कुछ अन्य रूल्स लागू करवाना चाहते है? नीचे कमेंट बॉक्स में अपनी राय लिखिए । देखें तो इस बारे में लोगों की क्या सोच है ।
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