DMCA.com Protection Status
HomeNEW UPDATESujalam Abhiyan in Hindi |सुजलाम अभियान क्या है ? सुजलाम अभियान के...

Sujalam Abhiyan in Hindi |सुजलाम अभियान क्या है ? सुजलाम अभियान के तहत किए जाने वाले कार्य|

जल शक्ति मंत्रालय ने आजादी का अमृत महोत्सव समारोह के रूप में 100 दिनों का सुजलाम अभियान शुरू किया है। इस अभियान का उद्देश्य देश के गांव को शीघ्र ही ODF+ की स्थिति को प्राप्त करना है। यह अभियान 25 अगस्त 2021 को आरंभ हुआ है तथा अगले 100 दिनों तक चलेगा।

सुजलाम अभियान के बारे में जानकारी:-

गांव में अपशिष्ट जल का निपटारा, जलाशयों का सूख जाना एवं खुले में शौच प्रमुख समस्याओं में से एक है।

ध्यान रहे :-आज के समय में जल से संबंधित समस्या में कई क्षेत्रों में जल की उपलब्धता में कमी, पीने के पानी की कमी, गुणवत्तापूर्ण पानी की कमी,कई क्षेत्रों में बाढ़ की समस्या,समुद्र का जल स्तर का बढ़ना , ग्लेशियरों का जल्दी जल्दी पिघलना की तरह ही एक समस्या अपशिष्ट जलों का निपटारा करना एक प्रमुख समस्या है। क्योंकि ज्यादातर गांव एवं कुछ शहरों में अपशिष्ट जल को सही जगह पर निपटारा ना करके उसे सड़क चौराहे पर बहने के लिए छोड़ दिया जाता है या नदी तालाब जैसे जल स्रोतों में प्रवाहित कर दिया जाता है। जिससे पीने के पानी ने गंदगी आ जाती है साथ ही चौराहे पर पानी आने से बीमारियां फैलती है तथा आने जाने में भी परेशानी होती है।

इस अभियान के तहत अपशिष्ट जल प्रबंधन के लिए 10 लाख सोख गड्डों का निर्माण किया जाएगा। इसके साथ ही जल निकायों को पुनर्सर्जित भी किया जाएगा। ताकि अधिक से अधिक ओडीएफ प्लस गांव का निर्माण हो सके।

ODF (Open defection free) योजना 2018 में शुरू किया गया था! यह टैग वैसे वार्ड , गांव या शहर को मिलता है जहां पर खुले में शौच मुक्त हो ,स्वच्छता हो, पर्याप्त शौचालय हो, पीने का स्वच्छ पानी हो ,तथा अपशिष्ट पानी की निपटान का सही व्यवस्था हो।

इसके अलावा यह अभियान सामुदायिक भागीदारी के माध्यम से SBMG- (स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण) के दूसरे चरण की गतिविधियां को बढ़ावा देगा, साथ ही ओडीएफ प्लस गतिविधियां के बारे में जागरूकता भी बढ़ाएगा।

Note:- यह अभियान गुजरात में चल रहे सुजलाम सुखराम जल अभियान से अलग है।

अभियान के तहत किए जाने वाले कार्य:-

• अपशिष्ट जल प्रबंधन के लिए जरूरी संख्या में सोख गड्ढों का निर्माण करना।

• जहां आवश्यक हो शौचालय का पुनर्निर्माण करना।

• सभी नये बन रहे घरों में शौचालय का निर्माण हो यह सुनिश्चित करना।

• ग्रामसभा का खुली बैठकों के साथ-साथ वर्तमान स्थिति का विश्लेषण करने के लिए सामुदायिक परामर्श।

• मच्छर से बचाव हेतु फॉकिंग छिड़काव।

जल शक्ति मंत्रालय:-

इसका गठन मई 2019 में किया गया इसके वर्तमान और पहले अध्यक्ष मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत हैं! इस मंत्रालय को ministry of water resources, River development and Ganga Rejuvenation के स्थान पर लाया गया है।

एक रिपोर्ट के अनुसार 2007 से 2017 तक 61 परसेंट भूजल स्तर में कमी आई है। 2030 तक पानी की मांग भारत में double हो जाएगी।

अभी भी भारत में कई क्षेत्रों में पानी की उपलब्धता ना होने की समस्या है। जहाँ उपलब्ध है वहां पर पानी के सही गुणवत्ता का ना होना। उदाहरण स्वरूप 2020 में बिहार के गृह मंत्री के अनुसार 38 में से 37 जिला के पानी सही गुणवत्तापूर्ण नहीं है। इसमें arsenic तथा fluoride की मात्रा अधिक है।

जल शक्ति मंत्रालय के रिपोर्ट अनुसार 13 राज्य के 306 जिलों में पीने के पानी की समस्या है।

पानी की समस्या आज के समय में एक बहुत ही बड़ी समस्या है और आने वाले समय के साथ यह समस्या और बड़ी होती जाएगी। इसके लिए सरकार के साथ-साथ आम नागरिकों को भी ध्यान देना पड़ेगा

जैसे:-

  • वर्षा के जलों को संरक्षण करना, दैनिक जीवन में भी बदलाव करना।
  • नहाने के लिए शावर का बाजाय बाल्टी से नहाना ।
  • नल को सही से बंद करना ।
  • छोटी-छोटी काम करते समय पानी को बर्बाद होने से बचाना ताकि आने वाले समय में हम पानी की समस्या से बच सके।

अन्य पोस्ट पढ़े-

शनि ग्रह की महत्वपूर्ण और रोचक जानकारियां हिंदी में 
प्रधानमंत्री दक्ष योजना के लिए आवेदन, प्रक्रिया, डॉक्यूमेंट ?
विश्व की 20 प्रमुख अंतरराष्ट्रीय सीमाएं | 20
स्वतंत्रता दिवस पर कौन सी 5 बड़ी घोषणाएं की गई
भारत का सबसे ऊंचा हर्बल पार्क कहाँ है
RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular