HomeNEW UPDATEविश्व का पहला Plant आधारित smart Air Purifier ?|IIT रोपड़ ने दुनिया...

विश्व का पहला Plant आधारित smart Air Purifier ?|IIT रोपड़ ने दुनिया का पहला प्लांट बेस्ड स्मार्ट एयर-प्यूरिफायर बनाया

विश्व का पहला जीवित पौधा पर आधारित वायु शोधक (Air Purifier) का निर्माण भारत ने किया है ।

इस वायु शोधक का निर्माण IIT ( Indian institute of technology) रोपड़ , आईआईटी कानपुर और प्रबंधन अध्ययन (faculty management studies) ऑफ दिल्ली यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने मिलकर बनाया है। इससे ‘यूब्रीद लाइफ’(Ubreath life) नाम दिया गया।

WHO (World health organization) के रिपोर्ट के अनुसार शहरों में बाहर की अपेक्षा कमरे में 5 गुना ज्यादा प्रदूषण होता है।

जिसकी वजह है शहर के घरों में अंदर की हवा निकलने की सही से व्यवस्था नहीं होती है। खाने बनने से होने वाले प्रदूषण, पेंट में उपयोग होने वाले रसायन इत्यादि भी प्रमुख वजह है ।

इस कारण से यह वायु शोधक एक गेम चेंजर की भूमिका निभा सकता है।

Ubreath life एयर प्यूरीफायर क्या है?

यह एक तरह का वायु शोधक है। जो घर के अंदर प्रदूषण को कम करता है। इसे आईआईटी रोपड़ के स्टार्टअप कंपनी अर्बन एयर लैबोरेट्री (Ubran air laboratory) ने बनाया है।

आईआईटी रोपड़ भारत सरकार का विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा नामित एक i Hub- AWADH अवध एग्रीकल्चर एंड वाटर टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट हब है । जोकि स्टार्टअप कंपनियों को सहयोग करती है।

एयर प्यूरीफायर काम कैसे करता है?

एयर प्यूरीफायर प्राकृतिक , संरचना एवं तकनीक तीनों पर आधारित है। इसमें हवा को शुद्ध करने के लिए पत्तेदार पौधे को उपयोग में लाया जाता है ।
वायु शोधक में लगे पौधे की पत्ती से कमरे का प्रदूषित वायु संपर्क में आता है और वह पत्ती के माध्यम से पौधे के मिट्टी जड़ तक जाता है । जहां पर इसे शुद्ध किया जाता है। इसमें ‘अर्बन मुनार प्रभाव’ (Urban munar effect) और ‘ब्रीदिंग रूट्स’ (breathing roots) तकनीक का प्रयोग किया जाता है।

इसके प्रभाव से फाइटोरमेडिएशन (phytoremediation) तेजी से होता है ।

फाइटोरीमेडिएशन :-

यह एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसमें पौधों के द्वारा हवा से प्रदूषण को हटाया जाता है। इस वायु शोधक को एक लकड़ी के विशेष रुप से डिजाइन डिब्बे में रखा जाता है।
जिसमें नीचे एक पंखा लगा रहता है जो सेंट्रीफ्यूगल पद्धति पर काम करता है।

सेंट्रीफ्यूगल (centrifugal):-


इसमें गतिशील वस्तु को केंद्र से दूर भगाने की प्रवृत्ति होती है।

Ubreath life एयर प्यूरीफायर पार्टिकुलेट मैटर ( छोटे छोटे कण) , गैस और बायो लॉजिकल (छोटे-छोटे रोगाणु) कॉन्टिनेंट को हटाकर ऑक्सीजन के लेवल को बढ़ाता है।

इसके लिए इसमें विशेष किस्म के पौधे और अल्ट्रावायलेट ( UV ) कीटाणु शोधन, चारकोल फिल्टर, उच्च दक्षता पार्टिकुलेट वायु लगा होता है।

एयर प्यूरीफायर में उपयोग होने वाले पौधे पीस लिली, स्नेक प्लांट स्पाइडर प्लांट आदि जैसे पौधे हैं।

आईआईटी के रोपड़ के प्रोफेसर राजीव आहूजा ने दावा किया है , कि यह प्यूरीफायर 150 sq मीटर के कमरे का एयर क्वालिटी इंडेक्स 311 से 39 कर देता है ।
वह भी सिर्फ 15 मिनट में।

Air quality index एक नंबर होता है, जो प्रदूषण की मात्रा को बताता है। यह जितना ज्यादा होता है प्रदूषण उतना ही अधिक होता है ।

Air quality index :-

0 -50 अच्छा वायु
51-100 औसत वायु
101-150 अस्वस्थ वायु संवेदनशील लोगों के लिए
151-200 अस्वस्थ वायु सभी लोगों के लिए
201-300 बहुत ही अस्वस्थ वायु
301-500 खतरनाक वायु प्रदूषण

इस एयर प्यूरीफायर को घर , ऑफिस, हॉस्पिटल, स्कूल इत्यादि स्थानों पर उपयोग में लाया जा सकता है ।

एम्स के डॉक्टर का कहना है, यदि किसी को सांस लेने में तकलीफ होती है तो वैसे मरीजों को इसे अपने घरों में लगाना चाहिए। इस तरह का एयर प्यूरीफायर का बनाना सही में भारत के लिए एक बहुत ही बड़ी उपलब्धि है ।

इसी तरह तकनीक का प्रयोग कर नई नई चीजों की खोज हमारे देश में होती रहे। ताकि हमारा देश जल्दी आत्मनिर्भर और शक्तिशाली बन सके।

अन्य पोस्ट पढ़े-

WhatsApp Business के फायदे और पैसे कमाने के तरीके
दिमाग तेज करने के घरेलू उपाय
वरुण ग्रह क्या है
Times Higher Education Rankings 2022
भारत का सबसे ऊंचा हर्बल पार्क कहाँ है


RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular